आज छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव पूर्व संध्या पर दीपावली जैसा
माहौल है। पटाखे, दीप, झालरों से पूरा शहर जगमगा रहा। अवसर है "देव उठनी" त्योहार का।
बिहार में दीपावली के बाद जो महत्व छठ पूजा का है वही महत्व यहां देव उठनी का है।
मान्यता है कि आषाढ़ एकादशी के दिन देव सुसुप्तावस्था में चले जाते हैं इसलिए इस
दिन से शुभ काम जैसे विवाह आदि बंद हो जाते हैं। कार्तिक एकादशी के दिन "देव
उठनी" त्योहार के बाद से ही सभी शुभ काम शुरू हो जाते हैं। इस दिन गन्ने से
मंडप बनाकर तुलसी का शालिग्राम से विवाह कराया जाता है।