Wednesday 22 June 2022

टीएलएम (TLM) के साथ कक्षा-कक्ष शिक्षण

टीएलएम (Teaching-Learning Material) से तात्पर्य ऐसे मूर्त सामग्री से है जिसका उपयोग शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को बेहतर व प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है। शिक्षक के साथ-साथ बच्चों के लिए यह समान रूप से उपयोगी है। कक्षा-कक्ष में बच्चों को किसी अपरिचित व अमूर्त अवधारणा से परिचित कराने हेतु ये सामग्री न केवल उपयुक्त वातावरण का निर्माण करते हैं बल्कि बच्चों को सक्रिय रखते हुए ज्ञान निर्माण (सीखने-सिखाने की प्रक्रिया) को और भी प्रगाढ़ बनाने का कार्य करते हैं। ये सामग्री मानचित्र, ग्लोब, किसी भी वस्तु के मॉडल, चार्ट पेपर पर कुछ लिखित आंकड़े आदि हो सकते हैं। कक्षा-कक्ष में शिक्षण हेतु प्रयुक्त किए जाने वाले वस्तुएँ जैसे चॉक, श्यामपट्ट, पुस्तक आदि भी शिक्षण सहायक सामग्री (टीएलएम) के अंतर्गत आते हैं।  

        हम सभी इस तथ्य से परिचित हैं कि जब तक शिक्षण प्रक्रिया रोचक न हो, बच्चों को पढ़ने-लिखने की प्रक्रिया से जोड़ना बहुत ही मुश्किल है। ऐसे में उपरोक्त संबंधित सामग्री शिक्षण प्रक्रिया को काफी हद तक रोचक बनाने का काम करते हैं। क्योंकि ज्ञान निर्माण यदि केवल श्रव्य माध्यम से हो तो इसके लंबे समय तक स्थायी रहने की संभावना काफी कम होती है। उस ज्ञान के अनुकरण में यदि आँख तथा हाथ की भी संलिप्तता हो जाए तो स्वयं के अनुभव से प्राप्त यह ज्ञान काफी लंबे समय तक हमारे मन मस्तिष्क में बना रहता है। अर्थात इसके स्थायी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए एक शिक्षक के रूप में हमारा प्रयास होना चाहिए कि बच्चों की अधिगम प्रक्रिया में गुणवत्ता लाने के लिए हमारे पास कक्षा, विषय एवं अवधारणा अनुरूप शिक्षण सहायक सामाग्री (टीएलएम) की उपलब्धता हो। कक्षा-कक्ष जितना टीएलएम समृद्ध होगा बच्चों को सीखने का वातावरण उतना ही गुणवत्ता मिल रहा होगा। प्राथमिक व उच्च प्राथमिक कक्षा में शिक्षण हेतु कुछ आवश्यक टीएलएम (संभावित) इस प्रकार से हो सकते हैं -     

भाषा (हिंदी) विषय संबंधी टीएलएम –

शब्द-खिड़की, शब्दों की सांप सीढ़ी, मात्रा चकरी, चकरी घुमाओ वाक्य बनाओ, शब्द पहेली,

भाषा (अंग्रेजी) विषय संबंधी टीएलएम –

Placard, Word building flip, Anchor Chart, Sentence & Words strip, Onset & Rime card, Rhymes Chart

गणित विषय संबंधी टीएलएम –

संख्या खिड़की, संख्या कार्ड, पॉकेट बोर्ड (जोड़ने-घटाने की संक्रिया पर कार्य हेतु), 

पर्यावरण अध्ययन संबंधी टीएलएम –

यातायात बत्ती, स्टेथोस्कोप, सौर ऊर्जा,

विज्ञान विषय संबंधी टीएलएम –

आवर्त सारणी, पृथ्वी की आंतरिक संरचना, वर्षा जल संरक्षण मॉडल, सजीव-निर्जीव वर्गीकरण चार्ट

सामाजिक विज्ञान विषय संबंधी टीएलएम –

मानचित्र (राजनीतिक, भौतिक), ग्लोब, सौर मण्डल, सूर्यग्रहण एवं चन्द्रग्रहण मॉडल, पृथ्वी के आंतरिक एवं बाह्य परत, बच्चों के संवैधानिक अधिकार दिखाते चार्ट आदि।



Tuesday 31 May 2022

समर कैंप के दौरान ईंट-भट्ठे श्रमिकों के बच्चों से रूबरू हुए एपीसी बेमेतरा

गुनरबोड़ गाँव के ईंट-भट्ठा पर कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए आयोजित किए जा रहे समर कैंप के पांचवें दिन का जायजा लेने एपीसी, बेमेतरा श्री कमल नारायण शर्मा सम्मिलित हुए। इस दौरान वे चित्रकला पर कार्य कर रहे बच्चों तथा शासकीय प्राथमिक शाला, कोबिया की शिक्षिका श्रीमती गंगा एवं अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन, बेमेतरा के सदस्यों से रूबरू हुए।

          बताते चलें कि गुनरबोड़ गाँव स्थित ईंट-भट्टा पर कार्य करने वाले बालोदा बाज़ार व बेमेतरा जिले से प्रवासित श्रमिकों के शाला त्यागी बच्चों में मौखिक भाषा विकास के साथ-साथ बुनियादी पढ़ने-लिखने एवं गणितीय कौशल विकसित करने के लिए रोचक गतिविधियों जैसे चित्र पठन, हाव भाव द्वारा कविता पठन, नंबर गेम, नंबर जंप, कागज की टोपी व तितली निर्माण आदि के माध्यम से किया जा रहा है।

          एपीसी कमल नारायण शर्मा तीसरी तथा चौथी कक्षा के कुछ बच्चों से उनके द्वारा बनाए चित्र, उनके उपयोग पर बातचीत भी किए। बच्चों ने अपने बनाए चित्र पर खुलकर विचार रखे। उपस्थित शिक्षिका श्रीमती गंगा ने समर कैंप के दौरान अबतक बच्चों के साथ की गई भाषा एवं गणित के रोचक गतिविधियों को साझा किया। शिक्षण के इन तरीकों की सराहना करते हुए एपीसी ने इसे जिले के चारों विकासखंड में आयोजित करवाने की इच्छा जाहीर किया।

एपीसी बेमेतरा कमल नारायण शर्मा, शिक्षिका श्रीमती गंगा एवं अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन सदस्य साकेत बिहारी से चर्चा करते हुए


Thursday 26 May 2022

तीन दिवसीय ग्रीष्मकालीन कार्यशाला में शिक्षण सहायक सामग्री बनाने व उससे पढ़ाने के तरीके बताए गए

 बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का वातावरण बनाने के लिए बेमेतरा विकासखंड के शिक्षकों के लिए भाषा (हिंदी, अंग्रेजी) एवं गणित विषय से संबंधित तीन दिवसीय टीएलएम (शिक्षण सहायक सामग्री) निर्माण कार्यशाला दिनांक 19 से 21 मई 2022 तक अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन, बेमेतरा के टीएलसी (शिक्षक अधिगम केंद्र) में आयोजित की गई। निर्माण के साथ-साथ इन शिक्षण सहायक सामग्री के कक्षा शिक्षण में उपयोग पर विस्तृत चर्चा की गई। 

          इस कार्यशाला में भाषा (हिंदी तथा अंग्रेजी) शिक्षण में सहायक टीएलएम मात्रा चक्र, चकरी घुमाओ वाक्य बनाओ, शब्दचकरी, वर्ड बिल्डिंग फ्लिप, ऑनसेट एवं राइम कार्ड, वर्ड पजल, राइम्स चार्ट आदि के साथ-साथ गणित शिक्षण में सहायक टीएलएम – जिगसॉ संख्या कार्ड, एक अंकीय संख्या समझ और स्थानीयमान को लेकर गतिविधि कार्ड, पॉकेट बोर्ड, भिन्न को लेकर गतिविधि कार्ड, जोड़ने और घटाने को लेकर टीएलएम का निर्माण किया गया।

          शासकीय शाला के शिक्षकों के लिए आयोजित इस स्वेच्छिक कार्यशाला में बेमेतरा विकासखंड से कुल 13 शिक्षक राजेशवरी साहू (प्राथमिक शाला, जेवरा) सरिता साहू (माध्यमिक शाला, ढारा) भावना टंडन (प्राथमिक शाला, जोंग), जगन्नाथ ध्रुव( प्राथमिक शाला, खुरमुड़ी) रवि शंकर सोनी (माध्यमिक शाला, धनगांव) अब्दुल इमरान खान (प्राथमिक शाला, गांगपुर) अनीश दास मानिकपुरी (प्राथमिक शाला, सिंघनपुरी), रंजीता वर्मा (प्राथमिक शाला, तिवरैया), राजू शर्मा (प्राथमिक शाला, सिरवाबाँधा), ब्रजेश कुमार शर्मा (प्राथमिक शाला, भोइनाभाठा) मनोज पाटिल (प्राथमिक शाला, गांगपुर) अशोक वर्मा (प्राथमिक शाला, गांगपुर) नीलिमा साहू (प्राथमिक शाला, बावामोहतरा) सम्मिलित हुए।

          इस दौरान विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, बेमेतरा, एपीसी, बेमेतरा का भी सहयोग प्राप्त हुआ। टीएलसी में सफल आयोजन के पश्चात अब इस टीएलएम निर्माण कार्यशाला को बीआरसी कार्यालय के सहयोग से विकासखंड स्तर के साथ-साथ संकुल स्तर पर भी संबंधित संकुल समन्वयक एवं शिक्षक साथियों की इच्छा से आयोजित करने की योजना है। अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन, बेमेतरा के सदस्य इसके आयोजन में सहयोग कर रहे होंगे।



ईंट-भट्ठे श्रमिकों के बच्चे रोचक गतिविधियों द्वारा पढ़ना-लिखना सीख रहे।

अज़ीम प्रेमजी फ़ाउंडेशन, बेमेतरा के सदस्यों द्वारा बेमेतरा नगरपालिका क्षेत्र अंतर्गत गुनरबोड़ गाँव के ईंट-भट्ठा पर कार्य करने वाले श्रमिकों के 25-30 बच्चों के लिए समर कैंपआयोजित किया जा रहा है। बेमेतरा जिले के अलग-अलग ग्राम से आजीविका कमाने के लिए प्रवास की मजबूरी के कारण इन श्रमिकों के बच्चे पढ़ने-लिखने की प्रक्रिया से दूर हो जाते हैं। उन्हें अपने ग्राम स्थित शाला को छोड़कर जाना पड़ता है जिससे उनमें कक्षा अनुरूप वांछित कौशल विकसित नहीं हो पाते हैं। ऐसे में इन बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने व कोविड 19 महामारी के दौरान पढ़ने-लिखने संबंधी हुए नुकसान की भरपाई के उद्देश्य से रोचक गतिविधियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में शासकीय प्राथमिक शाला, कोबिया के 4 शिक्षक साथी भी दिवसवार सहयोग कर रहे हैं।   

          अगले 7 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में खेल व रोचक गतिविधियों जैसे चित्र पठन, चित्रकला, कहानी लेखन, हाव भाव द्वारा कविता पठन, नंबर गेम, नंबर जंप, गणित के पहेलियाँ, टोपी, मुखौटा निर्माण आदि के माध्यम से इन बच्चों में आत्मविश्वास जगाने, मौखिक भाषा विकास के साथ-साथ बुनियादी पढ़ने-लिखने एवं गणितीय कौशल विकसित करने पर कार्य करने की योजना है।

          अभी तक तीन दिनों का कार्य हुआ है। योजना अनुरूप कार्य करते हुए पहले दिन बच्चों से घुलने-मिलने के उद्देश्य से दो तरह की बहुत ही आनंददायी गतिविधि नंबर गेमऔर नंबर जंपकारवाई गई। 
'नंबर जंप' गतिविधि द्वारा संख्या पहचान, संख्यांक, एक अंक के जोड़ सीखने पर कार्य  

दोनों ही गतिविधि बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास, मौखिक भाषा विकास, संख्या नाम एवं उसके निर्धारित संकेत को समझने, गणित के एक अंक के जोड़-घटाव संक्रिया सीखने से संबंधित थे। दूसरे दिन बालगीत - एक बुढ़िया ने बोया दानाको हाव-भाव के साथ गाते हुए बच्चे इसके एक-एक शब्दों पर काफी विस्तृत बात करते हुए लोटपोट हो गए। तीसरे दिन बच्चों की ही फरमाइश पर नंबर जंपफिर से खेला गया। इस दौरान उन्हें दो अंकों वाली संख्या पहचान और जोड़ पर कार्य किया गया। एक अन्य गतिविधि डंडे का खेलने उनको खूब गुदगुदाया। 


Monday 9 May 2022

Action Words Game

बच्चों की हिंदी या अंग्रेजी भाषा शब्दावली को समृद्ध कराने के लिए सुविधादाता इस गतिविधि को करा सकते हैं। इसे आप कक्षा में या कक्षा के बाहर खुले मैदान में करा सकते हैं। इस गतिविधि के माध्यम से बच्चे न केवल खेल-खेल में पूरा आनंद लेते हुए नए-नए शब्द अनुभव के साथ सीख रहे होंगे, बल्कि उनका शारीरिक विकास भी हो रहा होगा।

प्रक्रिया

बच्चों को कक्षा में या खुले मैदान में एक दूसरे का हाथ पकड़ते हुए एक बड़ा सा गोला (Circle) बनाकर खड़े होने को कहें। जेंडर गैप को पाटते हुए एक लड़का एक लड़की को खड़ा करें तो और भी बेहतर होगा। इससे पूर्व कुछ एक्शन वर्ड शॉर्टलिस्ट कर लें जो बच्चों के कक्षा स्तर के अनुरूप हो। यदि आप प्राथमिक कक्षा के बच्चों के साथ इस गतिविधि को हिंदी भाषा शिक्षण के उद्देश्य से कर रहे हैं तो उदाहरणस्वरूप कुछ इस तरह के 'क्रिया' शब्द ले सकते हैं- उछलना/ कूदना, हंसना, रोना, सोना, खाना, पीना, गाना, नाचना, चिल्लाना, पढ़ना, लिखना आदि। अंग्रेजी भाषा के संदर्भ में इन्हीं शब्दों के अंग्रेजी शब्दावली लिए जा सकते हैं। जैसे – Jump, Laugh, Weep, sleep, eat, Drink, Sing, Dance, Cry, read, write etc. शब्दावली Shortlist करने के पश्चात बच्चों को गोले में खड़ा कर इस गतिविधि के नियम बता दें। नियम बहुत ही साधारण है। सुविधादाता की तरफ से कमांड मिलते ही बच्चे उस शब्द को समझते हुए उस शब्द के मायने को एक्शन/हाव-भाव के साथ बता रहे होंगे। जैसे laugh शब्द के command पर बच्चे हंसने की acting कर रहे होंगे। यदि वह शब्दावली बच्चे के संदर्भ से बाहर की है तो सुविधादाता उसे पहले बच्चों को बताएंगे।

कुछ जरूरी नियम

गतिविधि को रोचक बनाने के लिए उसमें दो नियम भी जोड़ें -

1.     शब्द के अनुरूप जिसका एक्शन मैच नहीं होगा वह खेल से बाहर हो जाएगा।

2.     एक्शन करने में जो देर करेंगे वह भी खेल से बाहर हो जाएंगे।

3.     खेल के अंतिम तक जो गलती नहीं करेंगे वह इस खेल के विजेता होंगे। 

Wednesday 16 March 2022

प्रवचन सिर्फ सुनें ही नहीं बल्कि उसे परखें भी ...

एक सज्जन पुरुष एक कथावाचक बाबा जी (छत्तीसगढ़ में महाराज जी) की तारीफ करते थक नहीं रहे थे। मैंने पूछा कि कोई बेशकीमती ज्ञान बताइये जो उन्होंने आपको दिया हो।

सज्जन - बच्चे को यदि सर्दी हो जाए तो तुलसी के एक 2-3 पत्ते को उसके पैर के तलवे में मौजे में चिपका कर सुला दें। रात भर में सर्दी ठीक हो जाएगा।

मैंने पूछा कि क्या आपको ये बात तार्किक लगती है? उन्होंने महाराज जी की बातों को Quote करते हुए अपने शब्दों में बताया कि तुलसी का पौधे ऐसा विलक्षण पौधा होता है जो सर्वाधिक ऑक्सीजन देता है। जिससे कि बच्चा ठीक हो जाता है।

उनके तर्क सुनकर मैं दंग रह गया। मुझे एक बाबा जी याद आ गए जो परीक्षा में पास होने के लिए बेलपत्र को शिवलिंग से छुआकर सिर से लगाने से कृपा बरसने लगने की बात कर रहे थे। मुझसे रहा नहीं गया। मैंने पूछा एक पत्ता जो पौधे से टूटकर अलग हो गया है, उस पौधे में रातभर श्वसन की क्रिया कैसे हो सकती है? और यदि ऑक्सीजन का सर्दी ठीक होने से कोई संबंध होता तो चिकित्सक को भी सर्दी के patient को ऑक्सीजन मास्क लगवा देना चाहिए?? लेकिन ऐसा होते कहीं आपने देखा है क्या??

दूसरी बात तुलसी पत्ते को छोड़ दीजिए आप बच्चे को केवल मौजे पहनाकर कर ही सुला दीजिये। सुबह तक सर्दी ठीक या कम हो जाएगी। क्योंकि मौजा शरीर को गर्म रखता है जिससे सर्दी ठीक हो जाती है।

ऐसे ही काफी देर विमर्श चलने के बात अंततः वे सज्जन convince हुए कि हरेक प्रवचन को भावविभोर होकर सुनकर ग्रहण करने के बजाय उसे तार्किकता की कसौटी पर परखने के बाद ग्रहण करना चाहिए।

 #तार्किक_चिंतन_की_ओर