Saturday 8 July 2023

साजा में तीन दिवसीय सामाजिक विज्ञान कार्यशाला संपन्न।

साजा विकासखंड के उच्च प्राथमिक शालाओं में सामाजिक अध्ययन विषय का अध्यापन कराने वाले शिक्षकों का 3 दिवसीय कार्यशाला दिनांक 5, 6 एवं 8 जुलाई 2023 को दो बैच में संपन्न हुआ। इस कार्यशाला में उन्हें सामाजिक अध्ययन विषय अंतर्गत ग्राम पंचायत, जीवन में आए बदलाव, संसाधन आदि अध्याय संबंधी अवधारणाओं के शिक्षण का उदाहरण लेते हुए बच्चों में भाषाई एवं गणितीय दक्षता सुनिश्चित कराने वाले गतिविधियों को समाहित करते हुए पाठ योजना निर्माण एवं क्रियान्वयन संबंधी चर्चा की गई। साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सभी शालाओं को आवंटित संभावना एवं नवा-अंजोर कार्यपत्रक के प्रयोग, बाल शोध मेला जैसे रोचक शिक्षण विधियों के माध्यम से बच्चों में सामाजिक अध्ययन विषय के प्रति रुचि जगाने संबंधी विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों ने फीडबैक सत्र के दौरान अपने विचार साझा करते हुए बताया कि तर्क करने, तुलना करने, विश्लेषण करने, समझ के साथ पठन, मौखिक एवं लिखित अभिव्यक्ति कौशल आदि के अभाव में बच्चे सही तरीके से सामाजिक विज्ञान संबंधी अवधारणाओं को समझ नहीं पाते, इसके लिए उन्हें भाषाई एवं गणितीय कौशलों में दक्ष करना आवश्यक है। साथ ही शिक्षकों एवं बच्चों की इस विषय में रुचि भी एक प्रमुख चुनौती है, ऐसे में इस कार्यशाला के माध्यम से उन्हें सामाजिक अध्ययन की अवधारणाओं के साथ-साथ भाषाई एवं गणितीय दक्षता पर समुचित रूप से कार्य करने की अंतर्दृष्टि मिली।

            इस कार्यशाला में साजा विकासखंड के उच्च प्राथमिक शालाओं में सामाजिक अध्ययन विषय का शिक्षण कराने वाले कुल 75 शिक्षक शामिल हुए। प्रतिभागियों की संख्या को देखते हुए कार्यशाला को 2 बैच में विभाजित करते हुए संपन्न कराया गया। एक बैच माध्यमिक शाला परसबोड़ एवं दूसरा बैच साजा स्थित अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के शिक्षक अधिगम केंद्र में आयोजित की गई। इस दौरान मास्टर ट्रेनर के रूप में राजेंद्र रात्रे, विजय बहादुर सिंह राजपूत, शंकर राम साहू, राजाराम साहू, संतोष सिंह राजपूत, केदारनाथ साहू तीनों दिन शिक्षकों को प्रशिक्षित किया।

            अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, बेमेतरा से श्रेष्ठा मिश्रा एवं साकेत बिहारी सत्र संचालक एवं सूत्रधार की भूमिका में उपस्थित रहे। एपीसी बेमेतरा श्री कमल नारायण शर्मा एवं बीआरसी साजा श्री बी. डी. बघेल ने भी अलग-अलग दिन उपस्थित होकर प्रतिभागी शिक्षकों से भाषाई एवं गणिती दक्षता में पिछड़ रहे बच्चों के क्षमता वर्धन हेतु पूरी तन्मयता के साथ कार्य करने का आह्वान किया।

बैच 1 



बैच 2